नयी दिल्ली, 11 अगस्त (भाषा) अमेरिकी दूतावास के प्रभारी अतुल केशप के दलाई लामा के प्रतिनिधि से मुलाकात के एक दिन बाद चीनी दूतावास के एक प्रवक्ता ने बुधवार को कहा कि अमेरिका को चीन के आंतरिक मामलों में दखल देना बंद करना चाहिए।
भारत में अमेरिकी दूतावास के प्रभारी केशप ने मंगलवार को दलाई लामा के प्रतिनिधि न्गोडुप डोंगचुंग से मुलाकात के बाद कहा कि अमेरिका तिब्बती लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता और सांस्कृतिक तथा भाषाई पहचान के संरक्षण का समर्थन करता है और सभी लोगों के समान अधिकारों के लिए दलाई लामा के दृष्टिकोण का सम्मान करता है।’’
सिलसिलेवार ट्वीट में चीनी दूतावास के प्रवक्ता वांग शियाओजियान ने बैठक के लिए अमेरिका की आलोचना करते हुए कहा कि तिब्बत चीन का आंतरिक मामला है। शियाओजियान ने कहा, ‘‘हम अमेरिका द्वारा बार-बार उकसाने वाली हरकतों का कड़ा विरोध करते हैं। तिब्बती मामले चीन के आंतरिक मामले हैं जो किसी भी विदेशी हस्तक्षेप की अनुमति नहीं देते हैं।’’
शियाओजियान ने कहा, ‘‘अमेरिका को अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान करना चाहिए, तिब्बती मामलों के बहाने चीन के आंतरिक मामलों में दखल देना बंद करना चाहिए। चीन विरोधी अलगाववादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए ‘तिब्बती स्वतंत्रता’ बलों को कोई समर्थन नहीं देना चाहिए।’’
डोंगचुंग के साथ अमेरिकी राजदूत केशप की मुलाकात के दो सप्ताह पहले निर्वासित तिब्बती सरकार के अधिकारी ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की भारत यात्रा के दौरान उनसे मुलाकात की थी।
भाषा आशीष रंजन
रंजन
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