• 23 November, 2024
Foreign Affairs, Geopolitics & National Security
MENU

आतंकवाद से ‘भू-राजनीतिक लाभ’ हासिल करने वाली ‘किसी भी शक्ति’ का विरोध: चीन


शुक्र, 13 अगस्त 2021   |   3 मिनट में पढ़ें

(के जे एम वर्मा)

बीजिंग, 13 अगस्त (भाषा) अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हाल में एक बस पर हुए आत्मघाती हमले के पीछे भारत और अफगानिस्तान का हाथ बताने के पाकिस्तान के आरोपों पर शुक्रवार को चीन ने कहा कि वह आतंकवाद का इस्तेमाल कर ”भू-राजनीतिक लाभ” हासिल करने वाली ”किसी भी ताकत” का पुरजोर विरोध करता है। उस हमले में नौ चीनी नागरिकों समेत 13 लोगों को मौत हुई थी।

जांच पूरी होने के बाद बृहस्पतिवार को इस्लामाबाद में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि हमले के लिये अफगानिस्तान के भू-भाग का इस्तेमाल किया गया और इसमें इस्तेमाल किया गया वाहन अफगानिस्तान से तस्करी कर लाया गया था।

उन्होंने भारतीय गुप्तचर एजेंसी रिसर्च ऐंड एनालिसिस विंग’ (रॉ) और अफगानिस्तान के ‘नेशनल डायरेक्टरेट ऑफ सिक्युरिटी’ (एनडीएस) पर इस हमले का आरोप लगाया।

चीन की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने दासु आतंकवादी हमले की जांच के बारे में पाकिस्तानी सरकार के अपडेट से जुड़े सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर पोस्ट एक बयान में कहा कि आतंकवादी हमले में पाकिस्तानी पक्ष की जांच में ”काफी कम समय में महत्वपूर्ण प्रगति” देखी गई है।

उन्होंने कहा, ”चीन इस पर बहुत ध्यान दे रहा है। साथ ही वह पाकिस्तान के सक्रिय प्रयासों की सराहना करता है। पाकिस्तान द्वारा आगे की जांच की जा रही है।”

चुनयिंग कहा कि चीन और पाकिस्तान दोनों पक्षों के नेताओं द्वारा बनाई गई महत्वपूर्ण सहमति का पालन करेंगे। सभी तथ्यों और सच्चाई का पता लगाएंगे और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाएंगे।

उन्होंने कहा ”आतंकवाद समस्त मानव जाति का आम दुश्मन है। भू-राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के लिए आतंकवाद का उपयोग करने वाली किसी भी ताकत का चीन दृढता से विरोध करता है। साथ वह इस क्षेत्र के देशों से सभी आतंकवादी संगठनों के खात्मे में सहयोग करने का आह्वान करता है ताकि सभी देशों की सामान्य सुरक्षा और विकास हितों को बरकरार रखा जा सके।”

उल्लेखनीय है कि उस हमले में नौ चीनी इंजीनियर सहित 13 लोग मारे गये थे। यह हमला 14 जुलाई को ऊपरी कोहिस्तान जिले के दासु इलाके में हुआ था, जहां एक चीनी कंपनी सिंधु नदी पर 4,300 मेगावाट बिजली पैदा करने वाली पनबिजली परियोजना पर काम कर रही है।

बस जब चीनी इंजीनियरों और श्रमिकों को लेकर निर्माणधीन दासु बांध के स्थल पर जा रही थी तभी उसमें विस्फोट हो गया और गहरे नाले में गिर गई थी।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि इस घटना के पीछे दो एजेंसियों की साठगांठ है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने 36 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, जबकि जांच के दायरे में करीब 1400 किमी के इलाके को शामिल किया गया।

पिछले महीने, पाकिस्तान ने आरोप लगाया था कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद के आवास के पास 23 जून को हुए एक हमले का सूत्रधार एक भारतीय नागरिक था और वह रॉ से संबद्ध है। बाद में उसने दावा किया कि दासू विस्फोट और सईद के आवास के बाहर हुए विस्फोट के बीच एक तार जुड़ा हुआ है।

भारत ने पाकिस्तान के इस दावे को बेबुनियाद दुष्प्रचार बताते हुए खारिज कर दिया कि कराची और लाहौर में हुए कुछ हमलों के पीछे उसका (भारत) हाथ था। साथ ही, भारत ने इस्लामाबाद को पाकिस्तानी भू-भाग से उत्पन्न होने वाले आतंकवाद के खिलाफ विश्वसनीय और सत्यापित करने योग्य कार्रवाई करने को कहा था।

कुरैशी ने दावा किया कि पहला निशाना गिलगित बाल्तिस्तान में डाइमर-बाशा बांध स्थल था, लेकिन इसे निशाना बनाने में नाकाम रहने पर आतंकवादियों ने दासू परियोजना को निशाना बनाया।

उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने हमले को अंजाम देने वालों का पता लगाया और वे लोग इससे जुड़े मिले। चीनी अधिकारियों ने घटना स्थल का दौरा किया और उन्हें जांच की अद्यतन जानकारी दी गई। चीन जांच से संतुष्ट है। प्रांत के आतंक रोधी विभाग के महानिदेशक जावेद इकबाल ने कहा कि आत्मघाती हमलावर की पहचान अफगान नागरिक खालिद उर्फ शेख के तौर पर हुई है।

कुरैशी ने कहा कि हमले में 14 लोग शामिल थे, और समूह का नेतृत्व तारिक नाम का एक व्यक्ति कर रहा था, जो प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) का सदस्य था। विदेश कार्यालय ने कहा कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने घटना की गहन जांच की है और हर स्तर पर चीनी पक्ष के साथ निष्कर्ष साझा किया है। आतंकवादी हमले की साजिश अफगानिस्तान में रची गई थी। वाहन सहित अन्य सामग्री वहीं से मुहैया करायी गयी, जबकि आत्मघाती हमलावर को अफगानिस्तान में प्रशिक्षित किया गया था और हमले को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान लाया गया था।

भाषा जोहेब शाहिद

शाहिद

शाहिद




चाणक्य फोरम आपके लिए प्रस्तुत है। हमारे चैनल से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें (@ChanakyaForum) और नई सूचनाओं और लेखों से अपडेट रहें।

जरूरी

हम आपको दुनिया भर से बेहतरीन लेख और अपडेट मुहैया कराने के लिए चौबीस घंटे काम करते हैं। आप निर्बाध पढ़ सकें, यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी टीम अथक प्रयास करती है। लेकिन इन सब पर पैसा खर्च होता है। कृपया हमारा समर्थन करें ताकि हम वही करते रहें जो हम सबसे अच्छा करते हैं। पढ़ने का आनंद लें

सहयोग करें
Or
9289230333
Or

POST COMMENTS (1)

Bipin Kumar Sharma

अगस्त 14, 2021
चीन अपने खुद पर किए गए ही का विरोध करता है लेकिन.......... 1. मशूद अजहर को बचाने के लिए विटो का प्रयोग करता है। 2. पाकिस्तान के आतंकी संगठन का समर्थन करता है। 3. तालिबानी नेताओं की चीन में आगवानी करता है। 4. उनकी सरकार को समर्थन देने वकालत करता है। कितना बड़ा दोगला है यह देश।

Leave a Comment

प्रदर्शित लेख