ताइपे, 26 नवंबर (एपी) : अमेरिका के पांच सांसदों ने अचानक ताइवान पहुंचकर शुक्रवार को राष्ट्रपति साई इंग-वेन से मुलाकात की। इस एकदिवसीय यात्रा का मकसद ताइवान के प्रति अमेरिका के ‘‘चट्टान की तरह मजबूत’’ समर्थन की पुन: पुष्टि करना बताया जा रहा है।
यह यात्रा ऐसे समय में हुई है जब ताइवान और चीन के बीच दशकों पुराना तनाव अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। 1949 में गृहयुद्ध के दौरान दोनों पक्षों के अलग होने के बाद से ताइवान स्व-शासित रहा है, लेकिन चीन इसे अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है।
चीन ने यात्रा की निंदा की और बाद में घोषणा की कि उसकी सेना ने शुक्रवार को ताइवान जलडमरूमध्य की दिशा में हवाई और नौसैनिक गश्त की है। 160 किलोमीटर चौड़ा यह जलडमरूमध्य चीन और ताइवान को अलग करता है।
बीजिंग में, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने इस यात्रा को ”एक-चीन सिद्धांत” का उल्लंघन बताया, जिसके तहत ताइवान चीन का हिस्सा है।
झाओ ने कहा, ”अमेरिकी राजनेताओं की यह यात्रा एक-चीन सिद्धांत के समक्ष चुनौती है और ताइवान की स्वतंत्रता की मांग कर रहे तत्वों को प्रोत्साहित करती है। 1.4 अरब चीनी लोगों के बीच इससे आक्रोश है।”
इससे पहले ताइवान में अमेरिकी दूतावास ‘अमेरिकन इंस्टीट्यूट इन ताइवान’ (एआईटी) ने बताया कि अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के द्विदलीय सांसदों का समूह बृहस्पतिवार रात ताइवान पहुंचा और उसकी साई के अलावा कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करने की योजना है। यात्रा के बारे में विस्तार से जानकारी मुहैया नहीं कराई गई है।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल सांसद और डेमोक्रेटिक नेता एलिसा स्लॉटकिन ने कहा, ‘‘जब हमारी यात्रा की खबर कल फैली, तो मेरे कार्यालय को चीनी दूतावास से स्पष्ट संदेश मिला, जिसमें मुझे यात्रा रद्द करने को कहा गया।’’
साउथ कैरोलाइना की रिपब्लिकन सांसद नैंसी मेस ने बृहस्पतिवार रात ट्वीट किया, ‘‘अभी ताइवान गणराज्य की धरती पर पहुंचे हैं।’’
मार्क ताकानो, स्लॉटकिन, कॉलिन आलरेड, सारा जैकब्स और मेस ताइवान आए प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं।
ताकानो ने कहा कि वे ताइवान में अपने भागीदारों और सहयोगियों को यह याद दिलाने के लिए इस सप्ताह यहां आए हैं कि एक ‘‘स्वतंत्र और सुरक्षित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए हमारी प्रतिबद्धता और साझा जिम्मेदारी पहले से कहीं ज्यादा दृढ़ है।’’
उन्होंने कहा कि ताइवान के साथ अमेरिका के संबंध ‘‘चट्टान की तरह मजबूत हैं और हमारे संबंधों के और गहरे होने के साथ ही ये स्थिर बने हुए हैं।’’
साई ने ताइपे में राष्ट्रपति के कार्यालय में अमेरिकी सांसदों और एआईटी निदेशक का स्वागत किया। उन्होंने अमेरिका के साथ द्वीप के निकट संबंधों को रेखांकित करते हुए दोनों पक्षों के बीच सहयोग का जिक्र किया।
साई ने कहा, ‘‘ताइवान क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित करने और स्वतंत्रता एवं लोकतंत्र के साझा मूल्यों को बरकरार रखने के लिए अमेरिका के साथ सहयोग बढ़ाना जारी रखेगा।’’
इससे कुछ ही सप्ताह पहले छह रिपब्लिकन सांसदों का समूह द्वीप पर आया था। अमेरिकी सांसद इस साल तीसरी बार ताइवान आए हैं। इससे पहले जून में तीन अमेरिकी सांसद कोविड-19 टीके दान करने के लिए ताइवान आए थे।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने लोकतंत्र पर चर्चा के मकसद से अगले महीने आयोजित होने वाली ‘समिट फॉर डेमोक्रेसी’ के लिए ताइवान को भी आमंत्रित किया है और इस कदम की चीन ने कड़ी निंदा की है।
सोलोन द्वीप की राजधानी में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने ताइवान से राजनयिक संबंध समाप्त करके चीन के साथ संबंध स्थापित करने के 2019 के एक फैसले के विरोध में इस सप्ताह प्रदर्शन किए। चीन अन्य देशों के साथ ताइवान के राजनयिक संबंधों को समाप्त करने की मुहिम आगे बढ़ाने में लगा हुआ है।
इस बीच, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के पूर्वी कमान के एक बयान में अमेरिकी सांसदों की यात्रा का उल्लेख नहीं किया गया है, लेकिन कहा गया है कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए ताइवान जलडमरुमध्य में गश्त की गई है।
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