ताइपे, 25 सितंबर (एपी) : ताइवान के मुख्य विपक्षी दल नेशनलिस्ट पार्टी ने पड़ोसी देश चीन के बढ़ते दबाव के कारण शनिवार को हुए चुनाव में पूर्व नेता एरिक चू को अपना नया अध्यक्ष चुना।
मौजूदा अध्यक्ष जॉनी च्यांग सहित चार उम्मीदवारों के बीच नेशनलिस्ट पार्टी के नेतृत्व के लिए मुकाबला हुआ। नेशनलिस्ट पार्टी को बीजिंग के साथ घनिष्ठ संबंधों की वकालत करने के लिए जाना जाता है।
दरअसल, चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और नेशनलिस्ट पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव में उसके हस्तक्षेप से ताइवान में चीन का प्रभाव और बढ़ेगा। वहीं ताइवान में सत्ताधारी दल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी लगातार चीन के इस दावे को खारिज करती रहती है।
चीन ने ताइवान को अपने नियंत्रण में लाने के लिए बल प्रयोग करने की धमकी दी है और वह राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन के प्रशासन को कमजोर करने तथा ताइवान के लोगों के विचारों को प्रभावित करने के प्रयास में लगातार सैन्य, राजनयिक और आर्थिक दबाव बढ़ा रहा है। ताइवान के लोग वास्तविक स्वतंत्रता की यथास्थिति का पुरजोर समर्थन करते हैं।
ताइवान की आम जनता की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए नेशनलिस्ट पार्टी ने चीन के साथ कम कटु संबंधों की वकालत की है, बजाए कि दोनों पक्षों के बीच एकीकरण की दिशा में सीधे कदम बढ़ाने की। दोनों देश घनिष्ठ आर्थिक, भाषाई और सांस्कृतिक संबंधों से बंधे हैं।
एरिक चू 2016 में त्साई के खिलाफ बड़े अंतर से चुनाव हार गए थे। एरिक ने इससे पहले राजधानी ताइपे के बाहर पार्टी अध्यक्ष और क्षेत्र के प्रमुख के रूप में कार्य किया था।
ताइवान में 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में एरिक चू नेशनलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार हो सकते हैं। ताइवान के संविधान के मुताबिक कोई व्यक्ति तीसरी बार राष्ट्र्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ सकता , इसीलिए त्साई आगामी चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।
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