नयी दिल्ली, एक सितंबर (भाषा) अफगानिस्तान को भारत का चीनी निर्यात लगभग ठप हो गया है। भारतीय व्यापारियों ने वहां की मौजूदा स्थिति को देखते हुए ऑर्डर रद्द करने की सूचना दी है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
तालिबान ने अफगानिस्तान में सरकार को बेदखल कर दिया और पिछले महीने काबुल पर कब्जा करने के बाद देश का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया।
अफगानिस्तान, भारतीय चीनी निर्यात के लिए शीर्ष तीन गंतव्यों में से एक है जहां हर वर्ष लगभग छह-सात लाख टन चीनी का निर्यात किया जाता है।
व्यापार आंकड़ों के अनुसार, इस महीने समाप्त होने वाले चालू 2020-21 सत्र में अब तक लगभग साढ़े छह लाख टन चीनी का निर्यात किया जा चुका है। चीनी का मौसम अक्टूबर से सितंबर तक चलता है।
खाद्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव सुबोध कुमार सिंह ने कहा, ‘अफगानिस्तान को हमारा चीनी निर्यात वहां की मौजूदा स्थिति के कारण प्रभावित हुआ है। कुछ ऑर्डर रद्द कर दिए गए हैं।’
उन्होंने कहा कि हालांकि, नई व्यवस्था के तहत सामान्य स्थिति बहाल हो जाने के बाद अफगानिस्तान को चीनी का निर्यात अगले सत्र में फिर से शुरू हो जाना चाहिए।
मौजूदा समय में, भारत-अफगानिस्तान व्यापार नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है। वहीं पाकिस्तान ने भारत से चीनी नहीं खरीदने का फैसला किया है।
ब्राजील के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक देश- भारत, वर्ष 2020-21 के सत्र में अब तक 60 लाख टन से अधिक चीनी का निर्यात कर चुका है।
भारत में चालू 2020-21 सत्र में चीनी का उत्पादन 3.1 करोड़ टन रहने का अनुमान है।
भाषा राजेश
राजेश महाबीर
महाबीर
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