कोलंबो, छह जनवरी (भाषा): श्रीलंका ने पूर्वी बंदरगाह जिले त्रिंकोमाली में द्वितीय विश्वयुद्ध के समय की तेल भंडारण सुविधा (ऑयल टैंक फार्म) के संयुक्त रूप से पुनर्विकास को लेकर बृहस्पतिवार को भारत के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किये।
इसे दोनों देशों के बीच आर्थिक और ऊर्जा भागीदारी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है।
ऊर्जा मंत्री उदय गमनपिला ने कहा कि रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण त्रिंकोमाली तेल टैंक परिसर के विकास को लेकर बृहस्पतिवार शाम समझौता किया गया। इस परिसर को ‘त्रिंको ऑयल टैंक फार्म’ के नाम से जाना जाता है।
उन्होंने कहा कि इस समझौते पर श्रीलंका की तरफ से वित्त सचिव, भूमि महाआयुक्त, सिलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन तथा इंडियन ऑयल कंपनी के स्थानीय परिचालक (एलआईओसी) एवं नवगठित त्रिंको पेट्रोलियम टर्मिनल लि. के अधिकारियों ने हस्ताक्षर किये।
गमनपिला ने कहा कि 99 टैंकों में से 85 अब श्रीलंका के पास होंगे जबकि पूर्व में यह भारत के नियंत्रण में थे।
कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग ने एक ट्वीट में इसे दोनों देशों की आर्थिक एवं ऊर्जा भागीदारी में मील का पत्थर बताते हुए सभी पक्षों को बधाई दी।
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