कोलंबो, 27 नवंबर (भाषा) : श्रीलंका रविवार से छह दक्षिण अफ्रीकी देशों के अधिकतर यात्रियों को अपनी सीमा में प्रवेश देने पर रोक लगाएगा। यहां की सरकार ने यह कदम दक्षिण अफ्रीका में इस हफ्ते के शुरुआत में कोविड-19 वायरस के अपेक्षाकृत अधिक घातक स्वरूप ओमीक्रॉन की पहचान होने के मद्देनजर उठाया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
स्वास्थ्य सेवा के महानिदेशक द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार, ‘‘ रविवार से दक्षिण अफ्रीका, बोत्स्वाना, जिम्बाब्वे, नामीबिया, लेसोथो और इस्वातिनी से आने वाले यात्रियों को अनिवार्य रूप से पृथकवास में रहने की आवश्यकता होगी।’’
परिपत्र में कहा गया, ‘‘कोविड-19 का नया स्वरूप ‘नू’ की पहचान दक्षिण अफ्रीका में की गई है और जो लोग दक्षिण अफ्रीका, बोसत्सवाना, लेसोथो, नामीबिया, जिम्बाब्वे और इस्वातिनी (स्वाजीलैंड) से आएंगे या गत 14 दिनों में वहां पर निवास किया है उन्हें श्रीलंका आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।’’
आदेश में कहा गया कि सप्ताहांत में इन छह अफ्रीकी देशों से आने वाले 12 साल से अधिक उम्र के यात्रियों को भी आरटी-पीसीआर जांच से गुजरना पड़ेगा, भले ही उनका टीकाकरण पूर्ण हो चुका है।
गौरतलब है कि कोविड-19 वायरस के बी.1.1.529 स्वरूप की पहचान इस हफ्ते दक्षिण अफ्रीका में की गई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को इस स्वरूप को ‘चिंता उत्पन्न करने वाले स्वरूप’ की श्रेणी में डाला। विश्व निकाय ने वायरस के इस स्वरूप को ‘ओमीक्रॉन’ नाम दिया है।
इस वायरस की सबसे पहले जानकारी 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में मिली। इससे संक्रमण के मामले बोत्स्वाना, बेलजियम, हांगकांग और इजराइल में भी मिले हैं।
***************************************
हम आपको दुनिया भर से बेहतरीन लेख और अपडेट मुहैया कराने के लिए चौबीस घंटे काम करते हैं। आप निर्बाध पढ़ सकें, यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी टीम अथक प्रयास करती है। लेकिन इन सब पर पैसा खर्च होता है। कृपया हमारा समर्थन करें ताकि हम वही करते रहें जो हम सबसे अच्छा करते हैं। पढ़ने का आनंद लें
सहयोग करें
POST COMMENTS (0)