वाशिंटन, 23 सितंबर (भाषा) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ बृहस्पतिवार दोपहर को व्हाइट हाउस में आयोजित होने वाली बैठक को हैरिस के गृहराज्य के एक प्रमुख अमेरिकी समाचार पत्र ने भारतीय अमेरिकियों के लिए एक ‘‘यादगार’’ क्षण बताया।
‘द लॉस एंजेलिस टाइम्स’ अखबार ने लिखा कि अमेरिका की पहली भारतीय-अमेरिकी उपराष्ट्रपति हैरिस (56) मोदी से बृहस्पतिवार को मुलाकात करेंगी और इसी के साथ वह अमेरिका के सबसे महत्वपूर्ण सहयोगियों में शामिल देश के नेता का स्वागत करने वाली सर्वोच्च ‘रैंकिंग’ वाली भारतीय-अमेरिकी बनेंगी।
यह हैरिस की मोदी (71) के साथ पहली बैठक होगी। मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने प्रवासी भारतीयों के हितों की न केवल हिमायत की है, बल्कि विश्व स्तर पर भी उनके हितों के मामले उठाने पर कभी हिचकिचाहट नहीं दिखाई। प्रधानमंत्री विदेश यात्राओं में स्वयं भी भारतीय समुदायों के साथ संवाद करते है।
कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस में दक्षिण एशिया कार्यक्रम के निदेशक मिलन वैष्णव ने कैलिफोर्निया स्थित समाचार पत्र से कहा, ‘‘यह (मोदी-हैरिस की बैठक) समुदाय के लिए एक यादगार क्षण का प्रतिनिधित्व करती है। इस समुदाय में अब 40 लाख से अधिक लोग शामिल हैं।’’
समाचार पत्र ने कहा, ‘‘नेताओं के बीच यह बैठक ऐसे समय में हो रही है, जब बाइडन प्रशासन क्षेत्र में आर्थिक एवं सैन्य संबंध बनाकर चीन की बढ़ती शक्ति का जवाब देने की (अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड) ट्रंप के प्रशासन की नीति को आगे बढ़ाते हुए भारत और अन्य एशियाई एवं प्रशांत देशों के और निकट जा रहा है।’’
हैरिस ने मोदी से तीन जून को फोन पर बात की थी। सूत्रों ने बताया कि यह उनके बीच आमने-सामने की पहली बैठक होगी, जिसके लिए एक घंटे का समय निर्धारित किया गया है।
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि हैरिस इस बैठक के दौरान अमेरिका और भारत के बीच सामरिक साझेदारी को और सुदृढ़ करेंगी।
अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा था,‘‘ यह बैठक दोनों नेताओं के बीच कोविड-19 से निपटने के संबंध में तीन जून को टेलीफोन पर हुई बातचीत को आगे बढ़ाएगी। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच लोकतंत्र, मानवाधिकार, जलवायु और वैश्विक स्वास्थ्य के मुद्दों पर भी चर्चा होगी।’’
यूसी रिवरसाइड में लोक नीति के प्रोफेसर कार्तिक रामकृष्णन 2008 से भारतीय अमेरिकी जनमत पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने ‘द लॉस एंजिल्स टाइम्स’ को बताया कि उनका मानना है कि विदेश नीति में रुचि रखने वाले भारतीय-अमेरिकी इस बैठक पर करीब से नजर रखेंगे।
हैरिस के माता-पिता दोनों प्रवासी थे। उनके अश्वेत पिता डोनाल्ड हैरिस जमैका के नागरिक थे और उन मां श्यामला गोपालन चेन्नई (भारत) की रहने वाली थीं। वह कैंसर अनुसंधानकर्ता और नागरिक अधिकार कार्यकर्ता थीं।
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