यरूशलम, 21 जनवरी (एपी) :इजरायल के अटॉर्नी जनरल ने कहा है कि वह इजरायली पुलिस द्वारा कथित रूप से बिना अनुमति के फोन निगरानी तकनीक का इस्तेमाल किये जाने के मामले की जांच शुरू कर रहे हैं। उन्होंने यह बात अनुचित तरीके से लोगों को निशाना बनाकर उनके फोन की निगरानी किये जाने संबंधी खबरें सामने आने के बाद कही है।
अटॉर्नी जनरल एविके मेंडेलब्लिट ने बृहस्पतिवार को चार पृष्ठ के पत्र में कहा कि उन्हें अब तक इजरायल के कारोबार संबंधी समाचार पत्र ‘कैलकेलिस्ट’ में किये गए दावों की पुष्टि करने वाला कोई सबूत नहीं मिला। खबर में दावा किया गया है कि पुलिस ने तत्कालीन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू के खिलाफ एक आंदोलन में शामिल नेताओं, मेयरों और अन्य नागरिकों की बिना अनुमति के निगरानी की थी।
हालांकि मेंडेलब्लिट ने कहा कि कई प्रश्नों के जवाब नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि वह एक शीर्ष अधिकारी के नेतृत्व में जांच समिति का गठन कर रहे हैं।
इस सप्ताह ‘कैलकेलिस्ट’ की एक खबर में कहा गया था कि पुलिस ने नेतान्याहू के कुछ राजनीतिक विरोधियों की निगरानी के लिये एनएसओ ग्रुप के पैगासस हैकिंग सॉफ्टवेयर और अन्य तकनीकों का इस्तेमाल किया था। हालांकि पुलिस ने इस खबर को गलत बताते हुए कहा है कि वह कानून के अनुसार काम करती है।
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