नयी दिल्ली, 31 अगस्त (भाषा) मुख्य आर्थिक सलाहकार के वी सुब्रमणियम ने मंगलवार को कहा कि भारत की वृहद आर्थिक बुनियाद मजबूत है और यह अमेरिकी केंद्रीय बैंक के बांड खरीद कार्यक्रम में कमी या मौद्रिक प्रोत्साहन उपायों को वापस लिये जाने के प्रभाव से निपटने में पूरी तरह सक्षम है।
कई अर्थशास्त्रियों ने इस बात पर चिंता जतायी है कि अमेरिका में बांड खरीद कार्यक्रम में कमी (टैपर टैन्ट्रम) किये जाने से उभरते बाजारों पर प्रतिकूल असर पड़ेगा, जैसा कि 2013 में हुआ था।
पिछले सप्ताह अमेरिकी फेडरल रिजर्व प्रमुख जेरोम पॉवेल ने कहा कि इस साल के आखिरी तक मौद्रिक प्रोत्साहन के रूप में जारी बांड खरीद कार्यक्रम में कमी की जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि यह रोजगार की स्थिति में सुधार पर निर्भर है।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक कोविड संकट से प्रभावित अर्थव्यवस्था को गति देने के लिये फिलहाल हर महीने 120 अरब डॉलर मूल्य के बांड खरीद कर रहा है।
सुब्रमणियम ने कहा कि भारत की वृहद आर्थिक बुनियाद मजबूत है और अमेरिका में उदार मौद्रिक नीति रुख में बदलाव को लेकर चिंता की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘चाहे बात मुद्रास्फीति की हो या फिर चालू खाते के घाटे का अथवा विदेशी मुद्रा भंडार का, हमारी वृहद आर्थिक बुनियाद मजबूत है…। मुझे नहीं लगता कि यह कोई चिंता वाली बात है। इसका एक कारण यह भी है कि सुधारों के मोर्चे पर और आपूर्ति व्यवस्था को बेहतर बनाने को लेकर कई कदम उठाये गये हैं।’’
सुब्रमणियम ने यह भी कहा कि चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर महामारी-पूर्व स्तर से बेहतर होगी।
भाषा
रमण महाबीर
महाबीर
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