कोलंबो, 30 सितंबर (भाषा) : भारत के अडानी समूह ने बृहस्पतिवार को कोलंबो बंदरगाह के वेस्टर्न कंटेनर टर्मिनल को विकसित करने और चलाने के लिए सरकार के स्वामित्व वाली श्रीलंका बंदरगाह प्राधिकरण (एसएलपीए) के साथ एक समझौता किया।
एक बयान में कहा गया है कि श्रीलंका में पहली बार भारतीय बंदरगाह संचालक के रूप में, अडानी समूह की बंदरगाह के वेस्टर्न कंटेनर टर्मिनल (डब्ल्यूसीटी) में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी।
अडानी समूह ने कोलंबो बंदरगाह पर डब्ल्यूसीटी विकसित करने के लिए अपने स्थानीय साझेदार जॉन कील्स होल्डिंग्स और एसएलपीए के साथ एक निर्माण-परिचालन-अंतरण (बीओटी) समझौते पर हस्ताक्षर किए।
दो स्थानीय संस्थाओं के पास वेस्ट कंटेनर इंटरनेशनल टर्मिनल नामक नई संयुक्त कंपनी की 34 और 15 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी।
कोलंबो पोर्ट भारतीय कंटेनरों और मेनलाइन शिप ऑपरेटरों के ट्रांसशिपमेंट के लिए सबसे पसंदीदा क्षेत्रीय केंद्रों में से एक है।
अडाणी पोर्ट्र्स एण्ड स्पेशियल इकोनोमिक जोन (एपीएसईजेड) भारत में सबसे बड़ा बंदरगाह विकासकर्ता और परिचालक है और यह देश की कुल बंदरगाह क्षमता के 24 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है।
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