वाशिंगटन, 14 अक्टूबर (भाषा) : रैनसमवेयर रोधी पहल पर बृहस्पतिवार को अब तक की पहली वैश्विक बैठक हुई, जिसमें भारत सहित 30 देश शरीक हुए।
बैठक में साइबर क्षेत्र में बढ़ते खतरे को घटाने के लिए तत्काल कार्रवाई, साझा प्राथमिकताएं और पूरक कोशिशों का आह्वान किया गया।
चीन और रूस ने व्हाइट हाउस की मेजबानी में आयोजित दो दिवसीय डिजिटल बैठक में भाग नहीं लिया।
रैनसमवेयर एक तरह का सॉफ्टवेयर है, जो वसूली की रकम दिये जाने तक कंप्यूटर के संचालन को ‘ब्लॉक’ कर देता है।
बैठक के समापन पर एक संयुक्त बयान में 30 देशों ने कहा कि रैनसमवेयर आर्थिक एवं सुरक्षा प्रभावों वाला एक बढ़ता वैश्विक खतरा है।
रैनसमवेयर के खिलाफ कार्रवाई में अहम भूमिका निभा रहे भारत ने परिचर्चा का नेतृत्व किया।
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