नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर (भाषा) : अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) ने दुनिया के तीसरे सबसे बड़े ऊर्जा उपभोक्ता भारत को एजेंसी का पूर्णकालिक सदस्य बनने के लिए आमंत्रित किया है।
यदि भारत इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लेता है तो नयी दिल्ली को रणनीतिक तेल भंडार को 90 दिनों की जरूरत तक बढ़ाना होगा। इस समय भारत का सामरिक तेल भंडार अपनी जरूरत के 9.5 दिनों के बराबर है।
तेल मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को ट्वीट किया कि उन्होंने इस संबंध में आईईए के कार्यकारी निदेशक फतह बिरोल के साथ ऑनलाइन चर्चा की।
पुरी ने हालांकि यह नहीं बताया कि सरकार को पूर्णकालिक सदस्यता की मंजूरी है या नहीं।
भारत मार्च 2017 में पेरिस स्थित निकाय का एक सहयोगी सदस्य बना था, जो औद्योगिक देशों को ऊर्जा नीतियों पर सलाह देता है।
इस साल जनवरी में आईईए के सदस्य और भारत के बीच एक रणनीतिक साझेदारी पर सहमति बनी थी, जिसके तहत ऊर्जा सुरक्षा और स्वच्छ ऊर्जा को अपनाने सहित कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग मजबूत किया जाएगा।
आईईए में 30 सदस्य देश और आठ सहयोगी देश हैं। चार देश – चिली, कोलंबिया, इजराइल और लिथुआनिया, पूर्ण सदस्यता में शामिल होने की मांग कर रहे हैं।
पुरी ने ट्वीट किया, ‘‘आईईए के कार्यकारी निदेशक डॉ. बिरोल के साथ एक उपयोगी ऑनलाइन बातचीत हुई। डॉ. बिरोल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री उज्ज्वला और उजाला जैसी योजनाओं की सराहना की।’’
बिरोल ने बाद में ट्वीट किया, ‘‘ऊर्जा बाजारों, स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में बदलाव और वैश्विक ऊर्जा प्रणाली में भारत की लगातार बढ़ती भूमिका पर चर्चा करने के लिए भारतीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी से मिलकर खुशी हुई। भारत के साथ आईईए की रणनीतिक साझेदारी पर आगे बढ़ाने के लिए हम तत्पर हैं।’’
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