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भारत, फिनलैंड ने कारोबार, निवेश, शिक्षा, अंतरिक्ष सहित द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की


बुध, 24 नवम्बर 2021   |   2 मिनट में पढ़ें

नयी दिल्ली, 24 नवंबर (भाषा) : भारत और फिनलैंड ने कारोबार एवं निवेश, शिक्षा, चक्रीय अर्थव्यवस्था, नवीकरणीय ऊर्जा, नवोन्मेष, टिकाऊ विकास सहित द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों पर विस्तृत चर्चा की तथा स्वास्थ्य, व्यवसायिक शिक्षा, अंतरिक्ष, स्टार्ट अप, औषधि जैसे नये क्षेत्रों में सहयोग की संभावना तलाशने पर सहमति व्यक्त की।

विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, भारत और फिनलैंड ने मंगलवार को हेलसिंकी में विदेश कार्यालय विचार विमर्श पर 11वें दौर की बैठक की। इसमें भारतीय पक्ष का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) रीनत संधु ने किया जबकि फिनलैंड का प्रतिनिधित्व वहां के विदेश मंत्रालय में स्थायी सचिव माटी एंटोनेन ने किया ।

मंत्रालय के बयान के अनुसार, दोनों पक्षों ने कारोबार एवं निवेश, शिक्षा, चक्रीय अर्थव्यवस्था, नवीकरणीय ऊर्जा, नवोन्मेष, टिकाऊ विकास, कृत्रिम बुद्धिमता, क्वांटम कम्प्यूटिंग, डिजिटलीकरण सहित द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों पर विस्तृत चर्चा की ।

इसमें कहा गया है कि भारत और फिनलैंड के मित्रतापूर्ण एवं गर्मजोशी भरे संबंध हैं जो लोकतंत्र, स्वतंत्रता, कानून के शासन और मानवाधिकारों का सम्मान के साझे मूल्यों पर आधारित हैं। इन संबंधों को 16 मार्च 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फिनलैंड की प्रधानमंत्री साना मरीन के बीच डिजिटल माध्यम से हुई बैठक के बाद और गति मिली ।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की बैठक के बाद हुई प्रगति की भी समीक्षा की गई।

बयान के अनुसार, ‘‘ दोनों पक्षों ने स्वास्थ्य, व्यवसायिक शिक्षा, अंतरिक्ष, स्टार्ट अप, औषधि जैसे नये क्षेत्रों में सहयोग की संभावना तलाशने पर सहमति व्यक्त की । ’’

दोनों पक्षों ने अफगानिस्तान की स्थिति, हिन्द प्रशांत, भारत यूरोपीय संघ गठजोड़, आर्कटिक एवं अंटार्कटिक क्षेत्र में सहयोग, सीओपी26 के संबंध में सहयोग सहित आपसी हितों से जुड़े वैश्विक एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद सहित अन्य वैश्विक मंचों पर सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति व्यक्त की।

मंत्रालय के अनुसार, दोनों देशों ने छात्रों एवं पेशेवरों सहित एक दूसरे के यहां वृहद आवाजाही की जरूरत बतायी तथा इस बारे में हाल ही में सम्पन्न ‘एयर बबल व्यवस्था’ पर सहमति व्यक्त की जिससे भारत एवं फिनलैंड के बीच फिर से सीधी उड़ान सेवा शुरू होगी । दोनों पक्षों ने कोविड-19 महामारी की स्थिति के बारे में भी चर्चा की ।

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