नयी दिल्ली, 4 दिसंबर (भाषा) : भारत और कोरियाई गणतंत्र (दक्षिण कोरिया) ने आतंकवाद, चरमपंथ एवं कट्टरपंथ की चुनौतियों से निपटने समेत रणनीतिक सहयोग को मजबूत करने पर शुक्रवार को सहमति जतायी।
दोनों पक्षों ने यहां हुई तीसरी भारत -कोरिया गणतंत्र रणनीतिक वार्ता में अहम मुद्दों पर चर्चा की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ दोनों पक्ष द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक हितों के क्षेत्रों में परस्पर रणनीतिक सहयोग को और मजबूत एवं गहरा बनाने पर राजी हुए।’’
उन्होंने कहा कि कोरिया गणतंत्र के उप राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशक किम ह्योंग-झिन उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पंकज सरन के न्यौते पर इस वार्ता के लिए दिल्ली आये थे।
मंत्रालय के अनुसार यात्रा पर आये इन विदेशी मेहमान ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह से भी भेंट की।
मंत्रालय के मुताबिक दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में संयुक्त विकास एवं संयुक्त उत्पादन तथा अहम एवं उच्च प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में साझेदारी पर भी चर्चा हुई।
बयान में मंत्रालय ने कहा, ‘‘ दोनों पक्षों ने साइबर सुरक्षा एवं सूचना प्रौद्योगिकी, समुद्री सुरक्षा तथा आतंकवाद, चरमपंथ एवं कट्टरपंथ की चुनौतियों से निपटने को परस्पर सहयोग के क्षेत्रों के रूप में पहचान की।’’
उसने कहा, ‘‘ भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ तथा कोरिया गणतंत्र की ‘न्यू साउदर्न पॉलिसी’ पर परस्पर तालमेल मजबूत बनाने पर भी सहमति बनी।’’
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