बीजिंग, सात फरवरी (भाषा): चीन ने सोमवार को कहा कि उसने श्रीलंका का उसकी राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा में ‘‘दृढ़ता से’’ समर्थन किया है और दोनों देशों द्वारा राजनयिक संबंधों की स्थापना की 65वीं वर्षगांठ के अवसर पर ‘बेल्ट एंड रोड’ परियोजनाओं को अद्यतन (अपग्रेड) करने की पेशकश की।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने यहां प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘आज चीन और श्रीलंका के राजनयिक संबंधों की 65वीं वर्षगांठ है। पिछले 65 वर्षों में, दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को समर्थन दिया है, विभिन्न देशों के बीच मैत्रीपूर्ण सह-अस्तित्व और पारस्परिक रूप से सार्थक सहयोग का एक उदाहरण स्थापित किया है।’’
दोनों देशों को अच्छा दोस्त और भाई बताते हुए उन्होंने कहा, ‘‘श्रीलंका अंतरराष्ट्रीय मामलों पर चीन के न्यायसंगत रुख का मजबूती से समर्थन करता रहा है।’’उन्होंने कहा, ‘‘चीन की ओर से, हम राष्ट्रीय संप्रभुता और स्वतंत्रता की रक्षा में श्रीलंका का दृढ़ता से समर्थन कर रहे हैं।’’
‘बेल्ट एंड रोड’ पहल चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा 2013 में सत्ता में आने पर शुरू की गई कई अरब डॉलर की एक पहल है। इसका उद्देश्य दक्षिण पूर्व एशिया, मध्य एशिया, खाड़ी क्षेत्र, अफ्रीका और यूरोप को भूमि और समुद्री मार्गों के नेटवर्क से जोड़ना है।
झाओ ने कहा, ‘‘चीन श्रीलंका के साथ काम करने के लिए तैयार है ताकि इस वर्षगांठ को रबर-चावल समझौते की भावना को आगे बढ़ाने के अवसर के रूप में लिया जा सके।’’
वर्ष 1952 में हस्ताक्षरित, रबर-चावल समझौता श्रीलंका और चीन के बीच एक व्यापार समझौता है जिसके तहत कोलंबो ने चावल के बदले बीजिंग को रबर की आपूर्ति की, जिससे दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित हुए और व्यापार का विस्तार हुआ।
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