नयी दिल्ली, 21 अक्टूबर (भाषा) : मालदीव और भारत के बीच संबंध ‘‘पहले की तुलना में काफी मजबूत’’ हैं और जरूरत के समय नयी दिल्ली ने हमेशा माले की सहायता की है। यह बात मालदीव की रक्षा मंत्री मारिया दीदी ने कही है।
रक्षा कॉन्क्लेव के दौरान बृहस्पतिवार को एक रिकॉर्डेड वीडियो में दीदी ने विकास के सभी क्षेत्रों में मालदीव को भारत के सहयोग की भी सराहना की।
उन्होंने कहा, ‘‘आज मालदीव और भारत के बीच संबंध काफी मजबूत हैं। यह हमारे साझा मूल्यों और इतिहास पर ही निर्भर नहीं है, बल्कि जरूरत के समय सबसे पहले भारत हमारी मदद के लिए खड़ा हुआ है।’’
उन्होंने कहा कि 2004 में सुनामी आपदा से लेकर कोविड-19 महामारी से लड़ने में सहयोग देने तक भारत ने सबसे पहले मदद दी।
भारत ने पिछले वर्ष सितंबर में मालदीव को महामारी के आर्थिक प्रभाव को कम करने में मदद के लिए 25 करोड़ डॉलर का सहयोग दिया जिसके लिए माले ने भारत को धन्यवाद दिया।
दीदी ने कहा, ‘‘मालदीव के राष्ट्रपति और लोगों की तरफ से मैं भारत की सरकार और लोगों की हमारे देश की हर क्षेत्र में प्रगति में सहयोग के लिए प्रशंसा करती हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘‘आत्मनिर्भर भारत’ के निर्माण के प्रयास में हम भारत को शुभकामनाएं देते हैं।’’
डिफेंस कॉन्क्लेव का आयोजन यहां कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में हुआ जिसमें विभिन्न देशों के रक्षा विशेषज्ञों, सैन्य अताशे एवं अन्य ने हिस्सा लिया।
श्रीलंका के रक्षा सचिव जनरल (सेवानिवृत्त) कमल गुणारत्ने ने भी कार्यक्रम में वीडियो संदेश भेजा जबकि रक्षा सचिव अजय कुमार बेंगलुरू से वीडियो लिंक से कार्यक्रम में शामिल हुए।
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