ग्लासगो, 9 नवंबर (एपी) : नवीनतम राष्ट्रीय जलवायु संकल्पों को लेकर संयुक्त राष्ट्र के एक विश्लेषण से संकेत मिलता है कि ग्लासगो में चल रही संयुक्त राष्ट्र वार्ता के दौरान उत्सर्जन कटौती की दिशा में ”कुछ गंभीर छोटे कदम” उठाए गए, हालांकि ये ”ग्लोबल वार्मिंग” को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत लक्ष्यों तक सीमित करने के लिए आवश्यक वृहद कदमों से काफी दूर रहा।
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के निदेशक इंगर एंडरसन ने मंगलवार को कहा कि नए विश्लेषण में पाया गया है कि पिछले सप्ताह जतायी गई प्रतिबद्धताएं भविष्य में ”ग्लोबल वार्मिंग” के परिदृश्य को कम करने के लिए पर्याप्त नहीं थीं और ”उत्सर्जन अंतर” को प्रतिशत अंक के करीब दसवें हिस्से तक कम किया गया।
उत्सर्जन को काबू करने के लिए देशों का संकल्प 55 अरब मीट्रिक टन में से आठ अरब मीट्रिक टन की कटौती का है, जोकि पूर्व-औद्योगिक समय से ”ग्लोबल वार्मिंग” को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के लिए आवश्यक है और यही 2015 पेरिस जलवायु समझौते का लक्ष्य है।
एंडरसन ने स्वीकार किया कि दो सप्ताह की जलवायु वार्ता के लिए संयुक्त राष्ट्र के तीन मुख्य लक्ष्यों में से अब तक कोई भी लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सका है।
उन्होंने कहा कि हमने अभी तक काम नहीं किया है। हमारे पास अभी भी कुछ दिन बाकी हैं। इसलिए हम निश्चित रूप से हमारी तरफ से , संयुक्त राष्ट्र की ओर से, सभी से कदम उठाने का अनुरोध कर रहे हैं।
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