मुंबई, सात अक्टूबर (भाषा) : अमेरिकी उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमन ने यहां बृहस्पतिवार को कहा कि त्रिपक्षीय सुरक्षा समझौता ‘ऑकस’ एक नयी व्यवस्था होगी और यह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में निर्णायक साबित होगा।
उन्होंने वर्चुअल बातचीत में कहा कि अमेरिका के भारत के साथ कई अन्य समझौते हैं इसलिए यह समझौता प्रतिस्पर्धा नहीं करेगा और इसका अंतिम लक्ष्य हिंद-प्रशांत को खुला और स्वतंत्र रखना है।
शेरमन ने यह भी कहा कि चीन इस विश्व व्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने भारत की तीन दिवसीय यात्रा के तहत यहां कारोबारियों और नागरिक समाज संस्थाओं के सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि अमेरिका तालिबान शासित अफगानिस्तान से बाहर फैलने वाले आतंकवाद के बारे में भारत की चिंताओं से वाकिफ है।
क्वाड, अमेरिका, जापान, भारत और आस्ट्रेलिया का समूह है।
शेरमन ने कहा, ‘‘ऑकस अमेरिका, ब्रिटेन और आस्ट्रेलिया के बीच एक एक नया समझौता है, जिसके तहत अगले 18 महीने आस्ट्रेलिया को परमाणु ऊर्जा से चालित पनडुब्बियां बनाने में मदद की जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि विश्व के सबसे बड़े टीका निर्माता के रूप में भारत कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण नेतृत्वकर्ता है।
शेरमन मंगलवार को भारत पहुंची थी।
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