संयुक्त राष्ट्र, 22 सितंबर (एपी) : तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने बुधवार को प्रसारित एक बयान में कहा कि दो दशक तक अफगानिस्तान में रहने के बाद अमेरिका को उस देश के शरणार्थियों की मदद के लिए और अधिक प्रयास करने चाहिए।
दुनिया में सबसे अधिक करीब 40 लाख शरणार्थी तुर्की में हैं और उनमें से ज्यादातर सीरियाई हैं। तुर्की ने आगाह किया है कि वह अफगानिस्तान से आने वाले और लोगों को स्वीकार नहीं कर सकता।
एर्दोआन ने रविवार को प्रसारित होने वाले सीबीएस साक्षात्कार के पूर्वावलोकन में कहा, ‘‘अभी, अमेरिका अपने दायित्वों को पूरा करने में नाकाम हो रहा है। हमारे यहां तीन लाख से से अधिक अफगान शरणार्थी हैं और अब हम तुर्की में किसी और अफगान शरणार्थियों को स्वीकार नहीं कर पाएंगे।”
उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से अमेरिका को काफी कुछ करना चाहिए तथा और अधिक निवेश करना चाहिए क्योंकि अमेरिका वहां पिछले 20 वर्षों तक रहा है, लेकिन क्यों? सबसे पहले, इन सवालों का जवाब अमेरिका को देना चाहिए।’
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