लागोस (नाइजीरिया), 23 सितंबर (एपी) : अफ्रीका रोग नियंत्रण केंद्र (सीडीसी) के निदेशक डॉ.जॉन नेकेंगासोंग ने बृहस्पतिवार को ब्रिटेन के उस फैसले की आलोचना की जिसके मुताबिक कुछ क्षेत्रों के यात्रियों को टीकाकरण कराने के बावजूद इंग्लैंड जाने पर पृथकवास में रहना होगा।
उन्होंने कहा कि अफ्रीका सीडीसी इस नीति की समीक्षा करने का आह्वान करता है जो ‘‘एकजुटता और सहयोग की भाषा’’ नहीं बोलती और महामारी को हराने में ‘अड़चन’ की तरह है।
ब्रिटेन ने जून 2022 तक टीके की 10 करोड़ खुराक दुनिया के विभिन्न देशों को देने का वादा किया है जिनमें से तीन करोड़ खुराक इस साल के अंत तक भेजी जाएंगी जिनमें नाइजीरिया भी शामिल है जिसे ब्रिटेन ने अगस्त महीने में 12 लाख खुराक बतौर दान दी है, लेकिन चार अक्टूबर से प्रभावी हो रही नयी ब्रिटिश नीति का अभिप्राय है कि पूर्ण टीकाकरण कराने के बावजूद उन्हें मान्यता नहीं मिलेगी। ब्रिटिश सरकार ने कुछ शर्तों के आधार पर कुछ निकायों की सूची तैयार की है जिनके टीकाकरण प्रमाणन को मान्यता दी गई है लेकिन इस सूची में एक भी अफ्रीकी निकाय शामिल नहीं है।
डॉ.नेकेंगासोंग ने बृहस्पतिवार को कहा,‘‘ अगर जिस भावना के साथ आपने हमें टीके भेजे हैं और उन्हीं टीकों को लेने वाले लोगों को आप मान्यता नहीं देते हैं तो यह हमारे लिए बहुत चुनौतीपूर्ण संदेश होगा और हमारी आबादी में भ्रम की स्थिति पैदा करेगा।’’
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन द्वारा ‘‘पूरी तरह से भेदभाव आधारित सूची’’तैयार करना स्पष्ट रूप से अस्वीकार्य है। अफ्रीका सीडीसी निदेशक ने नीति की आलोचना करते हुए कहा कि यह विज्ञान या सबूत पर आधारित नहीं है।
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