नयी दिल्ली, 21 सितंबर (भाषा) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच 24 सितंबर को वाशिंगटन में होने जा रही द्विपक्षीय वार्ता में अफगानिस्तान के घटनाक्रम के अलावा कट्टरपंथ, चरमपंथ व सीमा पार से होने वाले आतंकवाद की रोकथाम के तरीकों तथा भारत-अमेरिका वैश्विक साझेदारी का और अधिक विस्तार करने पर मुख्य रूप से चर्चा होगी। विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
श्रृंगला ने बताया कि बाइडन के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद दोनों नेता पहली बार एक दूसरे के आमने-सामने बैठ कर वार्ता करेंगे। उन्होंने 22 से 25 सितंबर तक प्रधानमंत्री मोदी के आधिकारिक दौरे का ब्योरा साझा करते हुए कहा कि इसमें द्विपक्षीय व निवेश संबंधों को प्रगाढ़ करने, रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग बढ़ाने तथा रणनीतिक महत्व की स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी को बढ़ावा देने पर दोनों नेताओं द्वारा जोर दिये जाने की उम्मीद है।
विदेश सचिव ने प्रेस वार्ता में कहा कि मोदी बुधवार को अमेरिका रवाना होंगे और 26 सितंबर को भारत लौटेंगे।
राष्ट्रपति बाइडन के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने के अलावा प्रधानमंत्री 24 सितंबर को ‘क्वाड’ नेताओं की एक बैठक में शरीक होंगे और अगले दिन न्यूयार्क संयुक्त राष्ट्र महासभा की उच्च स्तरीय आम बहस को संबोधित करेंगे।
श्रृंगला ने बताया कि प्रधानमंत्री अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस और अपने आस्ट्रेलियाई तथा जापानी समकक्षों के साथ भी वार्ता करेंगे।
श्रृंगला ने कहा, ‘‘द्विपक्षीय बैठक (मोदी और बाइडन की) में अफगानिस्तान के हालिया घटनाक्रम के बाद की मौजूदा क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति, पड़ोसी और अफगानिस्तान के दीर्घकालिक एवं प्राथमिकता वाले विकास साझेदार के तौर पर हमारे हितों पर भी चर्चा होगी। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस संदर्भ में कट्टरपंथ, चरमपंथ, सीमा पार से आतंकवाद की रोकथाम करने तथा वैश्विक आतंकवादी नेटवर्क को नष्ट करने की जरूरत पर हम बेशक चर्चा करेंगे।’’
विदेश सचिव ने कहा, ‘‘वे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सहित बहुपक्षीय प्रणाली को विस्तारित करने पर भी चर्चा करेंगे। ’’
उन्होंने कहा कि मोदी और बाइडन भारत और अमेरिका के बीच व्यापक रणनीतिक वैश्विक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर भी चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री के साथ शिष्टमंडल में विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, श्रृंगला और वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहेंगे।
प्रधानमंत्री अपने दौरे पर कई बड़े कारोबारियों से भी बातचीत करेंगे, जिसका लक्ष्य दोतरफा व्यापार एवं निवेश को बढ़ाना भी होगा।
श्रृंगला ने क्वाड बैठक के बारे में कहा कि इसमें मोदी, बाइडन और जापान व आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री शरीक होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘चारों देश क्षेत्रीय सुरक्षा, दक्षिण एशिया व हिंद प्रशांत क्षेत्र में उभरती चुनौतियों तथा कोविड-19 को रोकने के लिए साथ मिलकर काम करने पर अपने दृष्टिकोण साझा करेंगे।’’
*********
हम आपको दुनिया भर से बेहतरीन लेख और अपडेट मुहैया कराने के लिए चौबीस घंटे काम करते हैं। आप निर्बाध पढ़ सकें, यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी टीम अथक प्रयास करती है। लेकिन इन सब पर पैसा खर्च होता है। कृपया हमारा समर्थन करें ताकि हम वही करते रहें जो हम सबसे अच्छा करते हैं। पढ़ने का आनंद लें
सहयोग करें
POST COMMENTS (0)