मेजर गौरवआर्या भारतीय सेना के सेवानिवृत्त अफसर है ! इन्होंने 1999 में सेना सेवा को छोड़कर कॉर्पोरेट कैरियर शुरू किया ! इसके अंतर्गत इन्होंने कॉर्पोरेट जगत के बड़े नामों जैसे विप्रो, ह च ( अभी वोडाफोन ) तथा एर्नस्ट यंग इत्यादि में काम किया है ! 2017 में मीडिया मैं प्रवेश करने से पहले यह सिंगापुर की एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में सीईओ के पद पर कार्य कर रहे थे !
इस समय यह सामरिक विषयों के वरिष्ठ सलाहकार संपादक के रूप में भारत के प्रसिद्ध मीडिया समूह के साथ जुड़े हैं ! मेजर आर्या लेखक एवं जनवक्ता है ! यह अक्सर कॉरपोरेट और अन्य आयोजनों में भाषण देते हैं ! इसी के चलते इन्हें अपने नाम के अनुरूप गौरव और सम्मान उस समय प्राप्त हुआ जब इन्होंने इंग्लैंड की पार्लियामेंट में भाषण दिया !
मेजर आर्या चाणक्य फोरम के संस्थापक हैं
ब्रिगेडियर बीनूराज सेना की आर्टलरी (तोपखाना) के सेवानिवृत्त अफसर है ! यह आर्टलरी डायरेक्टरेट में निदेशक ऑपरेशन तथा आर्टलरी ब्रिगेड के कमांडर भी रह चुके हैं ! यह एक सर्टिफाइड प्रोजेक्ट मैनेजमेंट प्रोफेशनल तथा कॉलेज ऑफ़ डिफेंस मैनेजमेंट और भारतीय निवेश व्यापार संस्थान के पूर्व छात्र हैं ! इनको रक्षा विषयों और संस्थागत पुनर्निर्माण का व्यापक अनुभव है !
यह डिफेंस पत्रिका के संयुक्त संपादक रह चुके हैं ! अभी यह रोबोट स्टार्टअप नाम के प्रोजेक्ट पर भी काम कर रहे हैं !
कर्नल डीनी ने भारतीय सेना की इन्फेंट्री में सेवा की है ! अपने सेवाकाल में इन्होंने हर प्रकार के क्षेत्रों और सामरिक वातावरण में सेवा की है ! इन्होंने संयुक्त राष्ट्रसंघ में प्रतिनियुक्ति पर सैनिक आब्जर्वर के रूप में कांगो में भी काम किया है ! यह डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के पूर्व छात्र तथा बाद में यहां पर ही शिक्षक भी रह चुके हैं ! इन्होंने डिफेंस एंड स्ट्रैटेजिक स्टडीज में मद्रास यूनिवर्सिटी से एमफिल की डिग्री प्राप्त की है ! अक्सर बहुत से समाचार पत्र तथा पत्रिकाओं में लेख लिखने के अलावा टीवी डिबेट इत्यादि में भी यह अपना सक्रिय योगदान देते रहते हैं !
कर्नल शिवदान सिंह (बीटेक एलएलबी) ने सेना की तकनीकी संचार शाखा कोर ऑफ सिग्नल मैं अपनी सेवाएं देकर सेवानिवृत्त हुए ! इस सेवाकाल में संचार व्यवस्था में बहुत बड़ी तकनीकी क्रांति हुई जिसके यह हिस्सा रहे हैं ! 1986 में जब भारतीय सेना उत्तरी सिक्किम में पहली बार पहुंची तो इन्होंने इस 18000 फुट ऊंचाई के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र को संचार द्वारा देश के मुख्य भाग से जोड़ा ! सेवानिवृत्ति के बाद इन्हें दिल्ली के उच्च न्यायालय ने समाज सेवा के लिए आनरेरी मजिस्ट्रेट क्लास वन के रूप में नियुक्त किया ! जहां पर इन्होंने समाज की सेवा की ! इसके बाद यह 2010 से एक स्वतंत्र स्तंभकार के रूप में हिंदी प्रेस में सामरिक और राष्ट्रीय सुरक्षा के विषयों पर लेखन कार्य कर रहे हैं ! यह रक्षा और सामरिक विषयों पर टीवी डिबेट्स में भी हिस्सा लेते हैं !